नराज बीवी को अपने घर लाने का अमल, “अक्सर ऐसा होता है की भूत सी लड़की अपने ससुराल वालो से रूथ कर या अपने शोर से लड़की और नराज होकर अपने मयके जाकर बेथ जाति है और अपने को परेस। ऐसी सूरत में खविंद को चाहिए के वो नरज बीवी को अपने घर लेन का अमल करें। अमल को करने से बीवी की नरजगी खतम हो जाएगी ये भी सच है कि हर मियां बीवी के बीच थोड़ी बहुत नोक-झोंक चलता रहता है।
में बीवी का रिश्ता जीता गहरा और पाक होता है उतना ही खराब होता है और इस रिश्ते में जहां एक दसरे में लिए मोहब्बत होती है वहा छोटी छोटी लरई झगड़े भी रहते हैं लेकिन कभी कभी बदल जाते हैं एक दसरे को लेकर नारजगी भुगतानाहो जाति है जिसके कारण से कुछ बिवियां अपने शोहर से नराज होकर अपने मायके जकर बेथ जाति है। तो वह बर्दाश्त नहीं कर पाती और हमेशा के लिए घर छोड़ने का फैसला कर लेती है।
नराज़ बीवी को मयके से वापसी लेन का अमल
अगर आपकी बीवी में आपके नज होकर अपने मयके जकर बेथ गई है तो शोहर को चाहिए के वो आला दिया गया नराज बीवी को मायके से वापीस लेन का अमल को करेन। ये अमल भुत ही तकतवार और अजमाया हुआ है। अमल को करने से बीवी की नरजगी एक दम खतम हो जाएगी और बीवी अपने मयके को छोडकर आपके पास आ जाएगी। और है
अमल के ज़रिया मियां बीवी में मोहब्बत चुका हो जाएगी क्या अमल को करने के बाद इंशाअल्लाह रूठी हुई बीवी के दिल में शोहर के लिए तपद पाइदा हो जाएगी और वो अपने शोहर की जुदाई बर्दस्त नहीं कर पाएगी और अपना मायका छोडकर शोर के पास आ जाएगी। और शोर के लाख मनने पर भी वापसी का नाम नहीं लेटी है और वो अपना मायका छोडकर अपने शोर के पास भागी चली आएगी। कि शादी के बाद महिला का दूसरा जन्म भी होता है। ऐसे में नए घर में भी उसे वही प्यार और सम्मान मिलना चाहिए, जो हम अपने घर की बेटी को देते है।
नराज बीवी को वापस अपने घर लाने का अमल :-
- सबसे पहले 3 मार्तबा दरूद शरीफ परहे।
- फिर 200 बार “या मुक्खिरु” परहे।
- आखिर में फी से 3 मरतबा दरूद शरीफ परहे।
- इस्के बाद अल्लाह ताला से बीवी के लिए दुआ मांगे।
- इंशाअल्लाह आपकी दुआ जरार कबूल हो जाएगी
- ये अमल आपको 15 दिन तक करना है बिना किसी गैप के।
बीवी को घर लाने का वजीफा
बीवी को घर लाने का वजीफा – कई बार बीवी गुस्सा होकर चली जाती है तो ये पति का फ़र्ज़ है की उसको वापस बुलाये इसके लिए आज हम आपको बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा और बीवी के घर आने की दुआ बता रहे है. इसे नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा भी कहा जाता है दोस्तों निकाह के बाद पति और पत्नी भले ही दो अलग-अलग जिस्म नज़र आते हो, लेकिन उनकी रूह एक ही होती है। पति-पत्नी के बीच यदि प्यार हो तो इन्हें दुनिया की कोई ताकत जुदा नहीं कर सकती।
लेकिन कई बार बीवी को कोई छोटी बात बहुत बुरी लग जाती है और वह घर छोड़कर चली जाती है। इसके अलावा किसी गलतफहमी के कारण भी कई बार मियां बीवी के बीच खटास पैदा हो जाती है और बीवी रूठकर कहीं चली जाती है। घर में यदि बीवी ना हो तो वह बहुत सुना-सुना लगने लगता है। ऐसे में आप बीवी को घर लाने का वजीफा की मदद से अपनी पत्नी को वापस बुला सकते है। चलिए बीवी को घर लाने का वजीफा जान लेते है
बीवी को घर लाने का वजीफा
बीवी को घर लाने का वजीफा आपको चांद रात से शुरू करना है और 14 दिन तक अमल करना है। जो लोग चांद रात नहीं समझते उन्हें बता दे कि पूर्णिमा के दिन से आपको यह वजीफा शुरू करना है। बीवी को घर लाने का वजीफा के लिए सबसे पहले वुज़ू बना ले और मक्का की ओर मुँह करके बैठ जाए। अब आपको तीन बार दुरूद ए पाक पढ़ना है और फिर 100 मरतबा बीवी को घर लाने का वजीफा पढ़ें
यह वजीफा पढ़ने के बाद अंत में फिर से तीन बार दुरूद ए पाक पढ़े और मन ही मन बीवी की जल्द वापसी की दुआ करें। इन 14 दिनों के दौरान आपको कोई गुनाह नहीं करना है और रोज़ाना कुछ नेक काम जरूर करने है। इंशाल्लाह बीवी को घर लाने का वजीफा की मदद से दो हफ्तों के भीतर ही आपकी पत्नी वापस आ जाएगी। बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा – एक औरत निकाह के बाद अपना घर, परिवार और सब रिश्ते छोड़कर एक नई दुनिया में प्रवेश करती है। कहा जाता है
बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा
लेकिन कई बार अपने ससुराल में महिलाओं को बहुत परेशान किया जाता है, जिनसे परेशान होकर वह घर छोड़कर चली जाती है। इसके बाद उसका पति और ससुराल वाले उसे वापस बुलाने की बहुत कोशिश करते है, लेकिन पत्नी घर वापस ना आने का फैसला कर लेती है। इस समस्या को दूर करने के लिए आप बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा की मदद ले सकते है।
बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा जो हम आपको बता रहे है उसके लिए आपको अपनी बीवी का एक कपड़ा लेना है। इसके बाद अपनी बीवी की एक तस्वीर ले और इन दोनों चीजों को एक साफ कपड़े में बांधकर रख लें। अब आपको बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा पढ़ना है- आपको यह वजीफा हर रोज़ पढ़ना है, जब तक कि आपकी पत्नी वापस नहीं आ जाती। हमारा दावा है कि बीवी को घर वापस बुलाने का वजीफा की मदद से आपकी बीवी बहुत जल्द ही घर वापस आ जाएगी। बीवी के वापस आ जाने के बाद उसकी तस्वीर और कपड़ा किसी नदी में प्रवाहित कर दें।
नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा
नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा – एक महिला की पूरी ज़िन्दगी अपने पति की सेवा में ही गुजर जाती है और महिलाएं ये काम बिना किसी शिकायत के पूरी उम्र करती है। इसके बदले में वह अपने पति से प्यार के सिवाय कुछ नहीं मांगती। लेकिन जब उसे अपने पति से प्यार नहीं मिलता तो वह निराश हो जाती है। अक्सर ऐसा होता कि पुरूषों का ऑफिस में या फिर बाहर किसी अन्य महिला के साथ चक्कर शुरू हो जाता है। यह बात जब उसकी बीवी को पता चलती है
बीवी के घर छोड़ने के बाद पति को उसकी अहमियत का अंदाजा होता है। यदि आपकी पत्नी भी नाराज़ होकर घर से चली गई है और आप उसे वापस घर बुलाना चाहते है तो एक बार नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा का इस्तेमाल करें। नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा बहुत ही चमत्कारी और असरदार है। ध्यान रखिए यदि आपको वास्तव में अपनी गलती का पछतावा है और अपनी पत्नी को वापस बुलाने के बाद सम्मान देंगे, तभी नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा का इस्तेमाल करें।
बीवी के घर आने की दुआ
बीवी के घर आने की दुआ – महिलाओं का मन बहुत ही चंचल होता है और उन्हें समझना बहुत मुश्किल होता है। महिलाएं से यदि अच्छे से बात की जाए और उन्हें इज्जत दी जाएं तो वह ऐसी बातों से खुश हो जाती है। वहीं दूसरी ओर यदि कोई उनसे गलत तरीके से बात करें तो वह बहुत जल्द नाराज़ भी हो जाती है। कई बार पति अपने काम की टेंशन में आकर अपनी पत्नी पर गुस्सा निकाल देता है।
कुछ महिलाओं को यह बात बिल्कुल सहन नहीं होती है और वे बिना बताए घर से चली जाती है। उन्हें वापस बुलाने के लिए आप बीवी के घर आने की दुआ पढ़ सकते है। एक और बात नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा के इस्तेमाल से पहले मौलवी साहब से इजाजत लेना जरूरी है। जो लोग सजदा में जाकर अपने गुनाहों की माफी मांग लेते है और नाराज़ बीवी को घर दुबारा लाने का वजीफा की दुआ करते है, अल्लाह की रहमत उनपर बनी रहती है।