ये एक ऐसा वज़ीफ़ा है जिसको करने से अल्लाह की फज़ल से आपके ऊपर नेमत बरसेगी और आपकी हर हज़त पूरी होगी, आज हम आपको तीन तरह की हाज़त पूरी करने के वज़ीफ़े बतायेगे। पहली मोहब्बत के लिए अल्लाह हु समद वजीफा, दूसरी अल्लाह हु समद वजीफा फॉर शादी और तीसरी अल्लाह हु समद वजीफा फॉर नौकरी।
यह वजीफा अल्लाह हु समद का है अल्लाह हु समद अल्लाह ताला की रहमत हासिल करने के लिए मांगा जाता है।हर नामुमकिन चीज को मुमकिन बनाने के लिए वजीफा आपके लिए बहुत ही बेहतर साबित होगा।जिन लोगों की कोई भी हाजत पूरी ना होती है और उनकी हाजत पूरी होने में परेशानियां या रुकावट अचानक से पैदा हो जाए तो यह बहुत ही पावरफुल वजीफा आपके सामने हाजिर है।
यह वजीफा आपको तमाम परेशानियों से निजात दिलाएगा बेशुमार रिज्क आता करेगा और रिज्क के दरवाजे को खुलेगा।इस वजीफे को हर वह आम और खास शख्स को इजाजत है।जो अपनी परेशानियों में फंसे हुए है।इस वजीफे को करने के लिए आपको किसी की भी इजाजत हासिल करने की कोई जरूरत नहीं है।
हर हाजत के लिए अल्लाह हु समद वजीफा
आपको इस वजीफे को अपने काम से फ्री होने के बाद ईशा की नमाज के बाद शुरू करना है।इस वजीफे को शुरू करने के कुछ तरीके जाहिर होने जा रहे हैं।जब भी आप वजीफे को शुरू करें तो पूरे कामिल यकीन के साथ वजीफे को शुरू करें।
वजीफे के लिए सबसे पहले 11 बार दरूदे इब्राहिम 1000 मर्तबा आपको अल्लाह हु समद पढ़ना है।एक हज़ार की तादाद को पढ़ने के लिए आप ताज़बी ले लीजिए।या फिर मशीन वगैरा वाली ताज़बी आती है जिसको आप इस्तेमाल कर सकते हैं।
जो गिनने में आपकी मदद करेगी आखिरी में 11 बार दुरूद इब्राहिम फिर पढ़ें।वजीफे के लिए दुआ करें जो भी आप की हाजत हो आप उसके लिए दुआ करें।अल्लाह हु समद का यह सबसे बेहतरीन कामयाब होने वाला वजीफा है।
मोहब्बत के लिए अल्लाह हु समद वजीफा
इंसान अगर चाहता है कि दुनिया में कामयाब हो कर रहे उसकी कामयाबी उसके हाथों में रहे।और कामयाबी के साथ उसको इज्जत और बेशुमार फजीलत ए भी हासिल हो।इज्जत की जिंदगी गुजारे अपने दोस्तों रिश्तेदारों परिवार और घरवालों के साथ उसके लिए जरूरी चीज है।
कि अल्लाह की जात और हमारे प्यारे मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो ताला वसल्लम की जात पर भरोसा करें। और इस भरोसा करने का तरीका क्या है कि उसके हुकुम में जरा सा भी गुरेज ना करें।हुकुम माने अपने अल्लाह को सारी चीजों से अफजल तरीन समझे।
अल्लाह के हुक्म को समझे अल्लाह का हुक्म है अगर तुम चाहते हो कि मैं तुमसे मोहब्बत करूं।तो मेरे हबीब से मोहब्बत करो मोहब्बत के लिए अल्लाह हु समद का वजीफा का तरीका यह है।वैसे तो सभी नफिल नमाज अफजल होती है।
लेकिन सबसे अहम मानी जाने वाली नफील नमाज़ तहज्जुद की है।और यह वजीफा तहज्जुद का है।जब आप तहज्जुद की नमाज अदा कर ले जितनी भी आप ताज्जुब की नमाज अदा करना चाहते हैं।8 या 12 उसके बाद आपको दुआ करनी है दुआ करने के बाद आपको तीन सौ मर्तबा अल्लाह हु समद पढ़ना है।
बहुत ही आसान वजीफा है अल्लाह हु समद का अगर आप चाहे तो इस वजीफे को मुसलसल अपनी जिंदगी में शामिल कर सकते है।इसके लिए आपको थोड़ा जल्दी उठना पड़ेगा।
शैतान हमको नेक काम करने से रोकता है और मीठी नींद सुलाने की कोशिश करता है।लेकिन आपको अपने मकसद में कामयाब होना है इसीलिए अपने दिल में पुख्ता यकीन रख कर इस वजीफे की शुरुआत करें।
अल्लाह हु समद वजीफा फॉर शादी
शादी की कोई भी परेशानियां हैं जिसके मुताबिक आप कोई वजीफे की तलाश है तो यह आपके लिए है।यह शादी से जुड़ी तमाम तरह के सवालों और जवाबों के लिए है।शादी से जुड़े हर मसले को हल करने और अपनी शादी को मुकाम तक पहुंचाने के लिए वजीफा बहुत ही फायदेमंद साबित होगा।
अगर आप अपनी पसंद की शादी करना चाहते हैं तो भी यह वजीफा कर सकते हैं।पसंद की शादी करने के लिए बहुत ही कामयाब है।शादी का खास और बेहद ही पावरफुल वजीफा है यह वजीफा एक कुरानी वजीफा है कुरानी अमल है।पहले चांद की 7 दिनों के अंदर अंदर आपको करना है।
आपको इस वजीफे को अपना मुंह किब्ले की तरफ खड़े होकर करना है।आप अपने मुंह को किब्ले की तरफ करें और आपको अल्लाह हु समद की तिलावत इकतीस सौ मर्तबा करनी होगी। आपको 3100 सौ मर्तबा पढ़ने के लिए कोई मोती वगैरह या फिर भी बिया जो भी आप मुनासिब समझे ले सकते हैं।
अपनी सहूलियत के हिसाब से ताकि आपको गिनने में कोई मसला ना पैदा हो।इस वजीफे को करने की मुद्दत 21 रोज है।आप को लगातार 21 दिन तक इस वजीफे को कायम रखना है बिना नागा करें।अल्लाह ताला से इस वजीफे के ज़रिए मदद हासिल करनी है।
इस वजीफे की इजाजत सबको है अल्लाह हु समद के वजीफे से अपनी शादी को कामयाब बनाएं।अल्लाह ताला से रो रो कर दुआएं करें मांगते रहे।यह वजीफा आपके लिए कामयाबी का सबब बनके जाहिर होगा इंशाल्लाह।
अल्लाह हु समद वजीफा फॉर नौकरी
अल्लाह हु समद नाम की बहुत ही बरगद है और यह नाम बहुत ही बेशुमार फजीलत लाता है।हम सभी के पास जो कुछ भी दिया हुआ है वह सब अल्लाह का ही दिया हुआ है।हम दुनिया में जितने भी दौलत कमाने ले।अल्लाह ताला से हम इस का मुकाबला नहीं कर सकते है उनकी दी हुआ ही सब दौलत अफ्रात हमारे पास मौजूद है।
इस दुनिया मे अल्लाह रब्बुल इज्जत अकेला ही गनी है बाकी हम सब इस दुनिया में फ़कीर है।हम सबको इस हकीकत को समझ लेना चाहिए यह हाकिकी हैं।वैसे तो अल्लाह के सभी नाम बहुत ही बा बरकत है।अल्लाह हु समद ,समद उस जात को कहते हैं जो बेनियाज़ हैं जिसके हाथ में सारी हुकूमत है जो सब पर गनी हो जो सबसे बेनियाज़ हो जिसका कोई नियाज़ ना हो सब उसके मोहताज हो।
इस वजीफे को इशा की नमाज के बाद करना है।वजीफे को शुरू करने से पहले आपको सात बार दरूदे पाक हमारे हुजूर पाक सल्लल्लाहो ताला वसल्लम पर दुरूद भेजना बेहद ही अफजल होता है।दरूद शरीफ पढ़ने से हमारे वजीफे को कामयाबी हासिल होती है।
अल्लाह हु समद को आपको एक हजार मर्तबा पढ़ना है आखिर में 11 बार दरूद शरीफ जरूर से पढ़ लीजिएगा।आपको अंदाजा भी नहीं होगा 40 दिन से पहले आपको इस वजीफे से कामयाबी हासिल हो जाएगी।इंशाअल्लाह जब आप इस वजीफे को करेंगे तो आपको आप की हाजत के मुताबिक नौकरी मिलेगी।नमाज की पाबंदी के साथ आप वजीफे को शुरू करें और थोड़ा सदका भी जारी करते रहा करें।
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