आदमी को बस में करने की दुआ – Aadmi Ko Bas Mein Karne Ki Dua, Wazifa, Amal, Istikhara, Upay, Tarika, बहुत से आदमी अपनी पत्नी को कुछ भी नहीं समझते और परिवार का माहौल ख़राब करके खुस होते है इसके लिए आज हम आपको आदमी को कब्जे में करने की दुआ और आदमी को सुधारने की दुआ बता रहे है. इसे आदमी को अपना बनाने की दुआ भी कहते है.
Aadmi Ko Bas Mein Karne Ki Dua
परिवार और समाज लोगों के बीच आपसी तालमेल और प्यार-मोहब्बत से ही आबाद रहता है। कई बार दो लोगों के बीच मतभेद उभर जाते हैं। वे पति-पत्नी, भाई-भाई, पिता-पुत्र, प्रेमी-प्रेमिका, भाई-बहन या फिर दूसरे सगे-संबंधी और दोस्त भी हो सकते हैं। आदमी को अपने वश में करने का अर्थ है किसी खास पुरुष को अपना बनाना। जो उसके दिल में मोहब्बत पैदा करने से संभव हो पाता है।
आदमी को बस में करने की दुआ – Aadmi Ko Bas Mein Karne Ki Dua, Wazifa, Amal, Istikhara, Upay, Tarika
जब शौहर का व्यवहार उसकी बीवी के प्रति कटुता से भर जाए, या फिर महबूब किसी और के मोहजाल में फंसा दिखे तब उन्हें अपने बश में करने की दुआ का सहारा लेना चाहिए। र्कुआन-ए-पाक में दी गई आयत को सही तरीके से पढ़ने पर वैसे आदमी को हमेशा के लिए अपने वश में किया जा सकता है। आयत है-
वा अल लाफा वैना कुलु बिहिम लाड इन्फक्ता मा फिल अरधी जा मिआम मा अल लाफ्ता कुलु बिहिम वाला किन्नल लाहा लफा बिन हम वा इन्नाहु अजीजुं हकीम
इसे लगातर 21 दिनों तक पढ़ने से आदमी के दिल में मोहब्बत की अलख जाग जाती है।
इसका तरीका, हिदायतें और तर्जुमा की जानकारी किसी मौलवी से कर लेना चाहिए।
अच्छी तरह से पाक-साफ होकर इसे किसी भी दिन शुरू किया जाना चाहिए। माहवारी के दिनों में करने की सख्त मनाही है।
फज्र की नमाज के बाद सुबह 11 बजे तक इस आयत को 121 बार पढ़कर अल्लाहताला से दुआ करें।
इसके पहले और ठीक बाद में दारूदे शरीफ 11-11 बार अवश्य पढ़ें।
आदमी को कब्जे में करने की दुआ
आदमी को कब्जे में करने की दुआ – Aadmi Ko Kabze Mein Karne Ki Dua, Wazifa, Amal, Istikhara, Upay, Tarika, आदमी जब बहक जाए और उसके कदम गलत राह की ओर बढ़ जाएं, तब उसकी बीवी ही उसे अपनी मुट्ठि में कर सही-गलत का फर्क बता सकती है। इसके लिए अगर वह र्कुआन की आयत को पूरी शिद्दत के साथ 11 दिनों तक पढ़े तब वैसे आदमी को सहजता के साथ कब्जे में लाया जा सकता है। वह आयत है-
मन काना मोहम्मद इन अबा आदिन, मिन रिजालिकुम वाल्ला किन रसूल अल्लाही वा खातिमान नाबियीना बी रेहमातिका या अर हमार रहेमेना।
वजीफे और दुआओं के जानकार मौलवी द्वारा इसे पढ़ने का सिलसिलेवार तरीका इस प्रकार बताया गया है-
Aadmi Ko Kabze Mein Karne Ki Dua
- इस अमल को रात के वक्त सोने से पहले नमाज पढ़ने के बाद किया जाता है। सुकून वाले स्थान पर साफ चादर बिछाने के बाद उसपर ताजा वजू कर बैठ जाएं।
- पहले 11 बार दरूदे शरीफ को पढ़ें। उसके बाद 11 मर्तबा विस्मिल्लाह शरीफ की भी पढ़़ लें।
- फिर उस आदमी का अपने दिल और दिमाग से स्मरण करें, जिसे कब्जे में लाना है। चंद सेकेंड में उसकी तस्वीर उभर आएगी। उसके बाद आयत को 111 बार पढ़ें।
- अंत में दुरूदे शरीफ को 11 बार दोबारा पढ़कर अल्लाह से उसे अपने कब्जे करने की दुआ करें, ताकि उसे सही राह पर लाई जा सके।
- इस तरीके को लगातार 11 दिनों तक करें तथा इस दौरान उस आदमी के खूबियों की तारीफ करते हुए उसके भीतर की रचनात्मक ताकत का एहसास करवाएं।
- माहवारी के दौरन इस दुआ को कतई नहीं करें।
आदमी को सुधारने की दुआ
आदमी को सुधारने की दुआ – Aadmi Ko Sudharne Ki Dua, Wazifa, Amal, Istikhara, Upay, Tarika, वैसे तो आदमी में परिस्थतिवश कई तरह की खामियां आ जाती हैं, जिनसे दूसरों को अधिक नुकसान नहीं होता है। किंतु परिवार में वैसे आदमी को सुधारने की ज्यादा जरूरत है, जिसके संबंध किस के साथ नाजायज बन जाते हैं।
इससे दांपत्य जीवन पूरी तरह से बिगड़ जाता है और पारिवारिक-सामाजिक मान-मर्यादा पर भी आंच आ जाती है। वैसे आदमी की बीवी अगर र्कुआनी वजीफा पढ़कर अल्लाहताल से दुआ करे तब उसमें निश्चित तौर पर सुधार हो सकता है।
र्कुआन-ए-पाक में अल्लाह ने इंसान की हर तकलीफ का हल बताया है। फिर भी आदमी को सुधारने के वास्ते दुआ करने के तरीके के बारे किसी मौलवी से जानकारी प्राप्त करना जरूरी है। इसके लिए सुरह नाजियत की आयत 19 ‘वा अधियक इल्लाह रब्बी फाताक्षा।’ को पूरी शिद्दत के साथ पढ़ना चाहिए।
Aadmi Ko Sudharne Ki Dua
- सही समय फज्र की नमाज के बाद सबेरे का होना चाहिए।
- साथ में एक ग्लास पानी रखें और सबसे पहले दारूदे शरीफ को 11 बार पढ़ें। उसके बाद आयत को 101 बार पढ़ें।
- फिर दरूदे शरीफ को 11 बार पढ़ने के बाद पानी के ग्लास पर दम करें।
- वही पानी उस आदमी को पिला दें, जिसे सुधारना है। दुआ की आयत को पढ़ते समय उस आदमी का ख्याल जेहन में बनाए रखें।
- इस दुआ की कोई मियाद नहीं है, लेकिन इसे तबतक करते रहना चाहिए जबतक कि उस आदमी में सुधार के लक्षण दिखने नहीं लगे।
- इंशा अल्लाह इस दुआ की बदौलत उस आदमी में सुधार कुछ दिनों में ही आ जाएगा।
- माहवारी के दौरान इसे नहीं करें।
आदमी को अपना बनाने की दुआ
आदमी को अपना बनाने की दुआ – Aadmi Ko Apna Banane Ki Dua, Wazifa, Amal, Istikhara, Upay, Tarika, जब आप किसी आदमी को अपना बनाने की चाहत रखते हैं, तब उसक मतलब होता है उसके दिल में अपने प्रति बेशुमार मोहब्बत पैदा करना। खासकर वैसी प्रेमिका के लिए यह बेहद जरूरी होता है, ताकि उसका प्रेमी हमेशा के लिए सिर्फ उसका बना रहे।
इस्लाम में हर किसी को अपना बनाने की आयतें दी गई हैं। उन्हीं में कुछ आयतें आदमी को अपना बनाने से भी संबंधित है। ये आयत सीधे तौर पर काम नहीं करतीं, बल्कि मोहब्बत पैदा करने वाले दुआ के रूप में बेहद कारगर साबित होती है। एक जबरदस्त ताकतवर आयत है-
Aadmi Ko Apna Banane Ki Dua
बा हक्की ला-इल्ला अन’ता सुभनका इन्नी कुनतु मिनाज्जालिमीना। या सय्यदल करीमी बी-हुरमाती बिस्मिल्लाह-हिर-रहमान निर-रहीम। अम्मान-युजीबु-अल मुदातार्रा इजा दा’ताु इन्ना कफीनना’काल मुस्ताहजि’उन। या हाय्यु-या-कय्यामु-बिरहमतिका अस्तघ्ज्ञीसु। अल्लाहुम्मा साहिल वायस्सीर रब्बी ला तजर-नी फर्दीन-वा-अन्ता खैर-उल-वारेसीना। हस्बी अनसु-आ-ली इलमुख बिहाली सुभनाल कहहीरिल काफी।
यह आयत थोड़ा लंबा है, इसलिए इसे पढ़ने के तरीके और तर्जुमे की जानकारी किसी मौलवी से कर लेना चाहिए।
वैसे इसे पढ़ने का तरीका पहले जैसे आयतों की तरह ही है। इशा की नमाज के बाद इसकी शुरूआत दारूदे इब्राहिम के 11 बार पढ़कर की जाती है।
फिर आयत को 141 बार पढ़ा जाता है। अंत में दारूदे इब्राहिम को दोबारा 11 बार पढ़कर अल्लाहताला से अपना बनाने की दुआ की जाती है।
दुआ की आयत पढ़ने से पहले जेहन में उस आदमी का पूरी तरह से ख्याल बिठा लेना चाहिए। इसे चाहे तो बीवी भी अपने शौहर को अपना बनाने के लिए कर सकती है
इस दुआ को लगातार 41 दिनों तक करना जरूरी है। इसकी शुरूआत माहवारी के बाद करते हुए आगे इस दौरान माहवारी होने पर रोक देना चाहिए।