नूरी अमलियात – Noori Amliyat, ये क़ुरान मे बताया गया एक तरह है अमल है जिसको हासिल करके आप इंसान की समस्याओं को सुलझा सकते हो, आज हम आपको नूरी इल्म हासिल करने का तरीका बता रहे है. इसके अलावा हम आपको मोहब्बत के लिए नूरी इल्म और शादी का नूरी इल्म भी बता रहे है.
Noori Amliyat
नूरी शब्द नूर से बना हैं|‘नूर’ अरबी शब्द है जिसका अर्थ है प्रकाश। पवित्र कुरान में आयत ‘अन नूर’ या प्रकाश की आयतें हैं। लेकिन संभवत: हम केवल ऐसे सामान्य शब्द की खोज नहीं कर रहे हैं। यदि हम नूरी अमलियात की बात करे तो इसका अर्थ और भी व्यापक हो जाता हैं|
एक इस्लाम के समर्थक के रूप में हम कह सकते हैं कि यह एक ऐसी चीज है जो आपकी रूह के अंधेरे को दूर करती है|एक और सिद्धांत यह है कि यह अल्लाह की पहली रचना में इसका जिक्र मिलता हैं|
नूरी अमलियात – Noori Amliyat
- नुरी अमलियात इस्लाम का एक बहुत ही प्रसिद्ध अमल है जो लोगों के इच्छाओं की पूर्ति में अहम भूमिका अदा करता है| इस अमल का वार कभी भी खाली नहीं जाता और इसे आजमाने वाले अल्लाह ताला के रहम से अपने जीवन में खुशियों के रंग को भरने में कामयाब होते हैं|
- नूरी अमल को हासिल करने के लिए आपको इस्लाम की कुछ शर्तों को पूरा करना होगा जो कि इस प्रकार से हैं:-
- आपको पांच वक्त का नवाज प्रतिदिन पढ़ना होगा| नमाज के साथ-साथ कुरान शरीफ और दारुदे शरीफ को पढ़ना होगा|
- आपको खुद को स्वच्छ और पाक रखना होगा इसके साथ ही साथ नेक कार्य को करना होगा, जैसे कि फकीरों को दान देना, जरूरतमंदों की मदद करना, गरीबों को खाना खिलाना आदि |
- आपको अपने घर में सभी सदस्यों के साथ प्यार मोहब्बत के साथ पेश आना होगा और समाज में भी एक अच्छा और नेक इंसान बनकर रहना होगा|
- इस अमल को आजमाने से पहले इसे किसी जानकार के मार्गदर्शन में सीख लेनी चाहिए| क्यूंकी यदि इसे आजमाते हुए कोई गलती हो जाए, तो उसका उल्टा परिणाम भुगतना पड़ेगा|
नूरी इल्म हासिल करने का तरीका
नूरी इल्म हासिल करने का तरीका – Noori Ilm Hasil Karne Ka Tarika, आज हर इच्छा काम को पूरा करने में नूरी अमलियत अव्वल हैं क्योंकि यह आपके किसी भी काम को पूरा करने में सक्षम है।
उदाहरण के लिए, यदि आप रिश्ते की मर्यादा, प्रेम विवाह, सास और बहू के बीच के झगड़े, कोर्ट केस, खराब यात्रा, व्यापार में हानि आदि को दूर करना चाहते हैं तो आप नूरी की मदद ले सकते हैं।नूरी अमल एक ऐसा उम्दा इल्म है, जिसमें नूरी मुखलूक का इस्तमाल किया जता है।
अब सवाल यह है कि नूरी अमल को हासिल कैसे किया जाए| यदि आप ही इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं|नूरी अमल को हासिल करने के लिए आपको नीचे दिए गए उपायों को आजमाना होगा:-
Noori Ilm Hasil Karne Ka Tarika
- सुबह के नवाज को पढ़ने के बाद किसी शांत जगह पर एक साफ चादर बिछाकर बैठ जाएं| अब बिस्मिल्लाह कहते हुए कुराने पाक को पढ़ना शुरू करें| कुराने पाक की वह आयते जिसमें नूरी अमलियात का जिक्र है उसे पढ़ें|
- इसे पढ़ने के बाद दारुदे-शरीफ को 3 मर्तबा पढ़ें |अब अपने दोनों हाथ उठा कर अल्लाह से दुआ करें कि आप में वह तिलस्मी ताकत पैदा हो जाए जिससे आप अपना और दूसरों का भला कर सके|
- इस अमल को आपको लगातार 15 दिनों तक दोहराना है| 15 दिनों के पश्चात आप मस्जिद जाकर नमाज अदा करें और फकीरों को खाना खिलाएं|
- इस बात को आजमाने के लिए कि आपने वह तिलस्मी ताकत है कि नहीं, जिसके लिए आपने 15 दिनों से मेहनत की है, आप इस अमल को किसी पर आजमा कर देखें| यदि आपको इसमें सफलता मिलती है तो उसका अर्थ है अल्लाह ने आपके दुआओं को कबूल कर लिया है और अब आप इस अमल के जानकार हैं|
- चुकी हमें यह अमल अल्लाह ने अदा की है लिहाजा हमें चाहिए कि तालीम को सीखने के बाद किसी के साथ बुरा नहीं करे| इस अमल का उपयोग अच्छे और नेक कामों में ही करना चाहिए|
मोहब्बत के लिए नूरी इल्म
मोहब्बत के लिए नूरी इल्म – Mohabbat Ke Liye Noori Ilm, मोहब्बत अल्लाह द्वारा दी गई इंसानों के लिए सबसे बड़ी नेमत है| यह जिसे हासिल होता है उसके लिए तो यह जहां मानो जन्नत ही है या ऐसा कह लें कि जन्नत से बढ़कर है|
असली मोहब्बत को पाने के बाद बंदा हर कदम हर, क्षण अल्लाह का शुक्र-गुजार रहता हैं| लेकिन कई ऐसे बदकिस्मत लोग भी हैं जिनके जीवन में अभी तक मोहब्बत का आगमन नहीं हुआ है| ऐसे लोग नूरी इल्म को आजमा कर सच्ची मोहब्बत को प्राप्त कर सकते हैं|
Mohabbat Ke Liye Noori Ilm
- यूं तो इंसानी तारीख में बहुत से दिन आए और गुजर गए| लेकिन पैगंबर इस्लाम की विलादत का दिन वह अजीम दिन है जिसे इंसान भुला नहीं सकता| नूरी अमल को अख्तियार कर के मोहब्बत हासिल करने के लिए आपको इसी दिन को चुनना है| इस दिन अल्लाह के आखिरी नबी इस दुनिया में तशरीफ लाए हैं| यह बहुत ही पाक दिन है| इस दिन जियारत करना फायदेमंद होता है|
- नूरी अमल के द्वारा मोहब्बत को प्राप्त करने की विधि में हम इस कायनात के उन शक्तियों का आवाहन करते हैं जो ताकतवर है और नेक रूहें हैं| इस विधि में इस अमल के दौरान दिये हुए वजीफा को पढ़कर रूहानी ताकतों को अपनी मदद के लिए बुलाते हैं:-
- “आईम बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम रहवाते रसूल्लाम रकीब सोहबक्त वासितुमलाह रहीम|”
- इस वजीफा को कम से कम 110 मर्तबा दुहराना है| इस वजीफा को पढ़ने के बाद आप दारुदे-शरीफ को कम से कम 3 बार पढ़ हैं|
- इसके बाद अपने महबूब को याद कर अल्लाह ताला से ढेर सारी दुआएं करें| इस नूरी अमल को आप 1 हफ्ते तक लगातार दोहराए|
- नूरी अमल का असर हफ्ते भर के भीतर हो जाएगा| आप का महबूब सामने से आकर आपके सामने अपनी मोहब्बत का इजहार करेंगा|
शादी का नूरी इल्म
शादी का नूरी इल्म – Shadi Ka Noori Ilm, यदि आपकी शादी में किसी प्रकार का कोई अड़चन आ रहा हो, या फिर आपके माता-पिता आपकी पसंद की जगह आपके निकाह को तैयार ना हो, अथवा आप किसी ऐसे बंदे से शादी करना चाहते हैं जिसे आप तो पसंद करते हैं लेकिन सामने वाले कि मंशा आपको पता नहीं, तो ऐसी सभी परिस्थितियों में आप नूरी इल्म को आजमा सकते हैं|
यह अमल सत प्रतिशत आपको आपके मकसद में कामयाबी दिलवाने वाला है|बशर्ते कि आप इसे अक्षरश: बिल्कुल वैसे ही करें जैसे कि इस लेख में बताया गया है| आइए हम जानते हैं कि शादी के लिए आपको नूरी अमल को किस प्रकार आजमाना है:-
Shadi Ka Noori Ilm
- सबसे पहले आप जिस किसी से भी निकाह करना चाहते हैं उसे ध्यान में रखते हुए आटे से एक पुतला तैयार कर ले| अब इस पुतले पर सुरमें की सहायता से उस व्यक्ति का नाम इस पर लिख दे|
- अब पूरे चांद वाले रात, पास के किसी कब्रिस्तान में जाकर किसी कब्र के सामने बैठकर,उस पुतले को जमीन पर रखें और आंखों को बंद कर आसपास की रूहानी ताकतों से दुआ करें कि वह आपकी इस मर्जी को पूरा करने में आपकी मदद करें|
- इन सभी प्रक्रियाओं को करने के बाद उस पुतले को आप वही मिट्टी में दबा दें और बिना पीछे मुड़े घर आकर पैर हाथ धोने के बाद सो जाएं|
- इस अमल को करने के एक भीतर के 1 सप्ताह के अंदर अंदर आपको खुशखबरी सुनने को मिलेगा| आपका निकाह आपके मन मुताबिक तय हो जाएगा|
- नूरी अमलियात की सारी जानकारी हमें कुरान की आयतों में मिल जाती है| नूरी अमलियात एक तरह से खुदा की रोशनी है जिससे मुराद, आशा आदि पूरी होती है| लेकिन यह हमारी कितनी बड़ी बदकिस्मती है कि हम कुरान की बेहद ओ हिसाब नेमतों से मरहूम है|
कुरान इसलिए भेजा गया था कि हम उसे पढ़े समझे और उसके मुताबिक अमल करें| वह हमें इज्जत और ताकत बख्सने आया था |वह हमें जमीन पर खुदा का असली खलीफा बनाने आया था और तारे गवाह है कि जब मुसलमानों ने उसकी हिमायत के मुताबिक अमली किया तो इस ने उनको दुनिया का इमाम और पेशेवर बना कर भी दिखा दिया|